Wednesday, October 17, 2018

निकाय चुनाव में 69% वॉर्डों में एक भी वोट नहीं पड़ा, सिर्फ 186 में वोटिंग

जम्मू-कश्मीर में 13 साल बाद शहरी स्थानीय निकाय चुनाव कराए गए। इन चुनावों में कश्मीर में सबसे कम वोटिंग हुई। कश्मीर के कुल 598 वॉर्डों में से 69% पर एक भी वोट नहीं पड़ा।

चुनाव आयोग द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक, कश्मीर के 10 जिलों के 40 नगर निकाय के 598 वॉर्डों में मतदान हुआ। लेकिन इनमें से केवल 186 वॉर्डों में वोदिल्ली के भाजपा प्रवक्ता प्रवीण कपूर का मानना है कि गर्भनिरोधक इंजेक्शन का इस्तेमाल सिर्फ शादीशुदा महिलाओं को ही करना चाहिए। इसका इस्तेमाल करने से लड़कियों की सेहत खराब हो रही है। कपूर ने इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नेपी नड्डा और महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि इसे रोकने के लिए सरकार को इस पर दखल देना चाहिए।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, कपूर का कहना है कि सरकार ऐसी व्यवस्था करे जिससे गर्भनिरोधक इंजेक्शन सिर्फ शादीशुदा महिलाओं को ही उपलब्ध हों, न कि लड़कियों को। उन्होंने इससे जुड़े विज्ञापनों की जांच कर रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि सरकार इस जरूरी मुद्दे पर अस्पतालों को निर्देश जारी करे।
मामले की जांच कराने की मांग : कपूर का कहना है कि यौन माफिया इन इंजेक्शन का लड़कियों पर दुरुपयोग करते हैं। इसकी भी जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बयान के आधार पर भले ही उन्हें रुढ़िवादी कहा जाए, लेकिन उनका चिंता लड़कियों की सेहत और सुरक्षा को लेकर है।
ट पड़े। 412 वॉर्डों में एक भी वोट नहीं डाले गए। इसके चलते इन वॉर्डों में कोई उम्मीदवार नहीं जीता। हालांकि, बाद में कुछ वॉर्डों में सदस्य निर्विरोध चुने गए। सरकार ने मतदान केंद्रों और चुनाव अफसरों की सुरक्षा मुस्तैद रखी थी। लेकिन, सुरक्षा कारणों के चलते उन सभी उम्मीदवारों की पहचान गुप्त रखी थी, जिन्होंने आतंकवादी खतरों को खारिज करने की सुरक्षा की

231 वॉर्डों में निर्विरोध सदस्य चुने गए
इसके चलते, काफी सीटों पर प्रचार ही नहीं हुआ। इनमें से ज्यादातर सीटों पर अनाम उम्मीदवार ने ही जीत हासिल की। कश्मीर के 30% से ज्यादा वॉर्ड बिना जनप्रतिनिधि रहेंगे। 181 वॉर्डों (30.26%) में किसी उम्मीदवार ने नामांकन पत्र ही नहीं भरा। 598 वॉर्डों में से 231 (38.62%) पर निर्विरोध सदस्य चुने गए।

20 अक्टूबर को नतीजे
जम्मू-कश्मीर में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव 8-16 अक्टूबर तक चार चरणों में मतदान हुआ। जम्मू और श्रीनगर नगर निगमों समेत राज्य में कुल 1,145 वार्डों में 2,990 उम्मीदवार हैं। इन चुनावों के नतीजे 20 अक्टूबर को आने हैं।

अनुच्छेद 35ए हटाने की कोशिशों का विरोध 
नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने इन चुनावों में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे। दोनों पार्टियों ने अनुच्छेद 35ए को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया। वहीं, भाजपा और कांग्रेस ने ज्यादातर सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं।

No comments:

Post a Comment